DIGITAL DESK DELHI:- कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट ने ब्रिटेन में हालात बिगाड़ दिए हैं। महामारी के इस स्वरूप के चलते यहां एक सप्ताह में करीब 48 फीसदी की वृद्धि देखी गई है। ब्रिटिश स्वास्थ्य सेवा के इस मॉडल के मुताबिक इस अवधि में लंदन का हर 20वां शख्स संक्रमित हुआ है। वहीं दूसरी ओर फ्रांस में बीते 24 में कोरोना संक्रमण के रिकॉर्ड 100,000 नए मामले सामने आए हैं।हालांकि एक दिन पहले ही यहां कोविड-19 के करीब 94 हजार नए मामले सामने आए थे।
अस्पतालों में बढ़े मरीज
फ्रांस में कोविड-19 और ओमिक्रॉन के मामले बढ़ने के साथ एक बार फिर से अस्पतालों पर भी दबाव बढ़ रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार, यहां ज्यादातर ऐसे मरीज हैं जिन्होंने टीके की खुराक नहीं ली थी। क्रिसमस पर अस्पतालों ने मरीजों के परिवारों को मुलाकात करने की अनुमति दी, लेकिन अपने प्रियजनों की फिक्र में लोग उदास नजर आए.
मार्सेली अस्पताल के गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में भर्ती कोविड-19 के मरीज डेविड डेनियल सेबाग (52) को अफसोस है कि उन्होंने टीके की खुराक नहीं ली थी। उन्होंने कहा कि टीका खतरनाक नहीं है। यह जीवन चुनने के समान है। फ्रांस के अस्पतालों में आने वाले मरीजों का अमूमन यही हाल है।इसके अलावा बढ़ते मरीजों के साथ स्वास्थ्य कर्मियों पर काम का बढ़ता बोझ भी चिंता का विषय है।
आईसीयू के मुख्य डॉक्टर जुलियन कार्वेली ने कहा कि स्वास्थ्य कर्मी थक चुके हैं, मरीज बढ़ रहे हैं, हमें डर है कि हो सकता है हमारे पास पर्याप्त स्थान ही नहीं रहे।